लेखनी कविता - बहाना - बालस्वरूप राही

158 Part

51 times read

0 Liked

बहाना / बालस्वरूप राही पेट-दर्द का बना बहाना, कन्नु ने मारी छुट्टी। दादा-दादी समझ गए सब, कन्नु से कर दी कुट्टी। अब कन्नु जी भटक रहे हैं, खाली-खाली यहाँ-वहाँ। गए पाठशाला ...

Chapter

×